राजस्थान के बच्चों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में पढ़ाया जाएगा, इस पर मंथन चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने का विचार हो रहा है. किताब का नाम भी ‘सिंदूर’ के नाम पर होगा. राष्ट्रीय शिक्षानीति के अनुरूप इसी सत्र से स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव की तैयारी है. बच्चों को भारतीय सैन्य शक्ति के अदम्य साहस से युवा पीढ़ी को परिचित कराया जाएगा. पहलगाम अटैक के बाद आतंकियों के खिलाफ आक्रोश है.
📌 मुख्य बातें (Highlights):
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‘ऑपरेशन सिंदूर’ को राजस्थान के स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने की योजना
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पाठ्यपुस्तक का नाम भी ‘सिंदूर’ रखने का प्रस्ताव
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पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने यह सैन्य अभियान चलाया
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छात्रों को भारतीय सेना की वीरता से परिचित कराने की पहल
📚 क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस मिशन में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया और भारतीय सेना ने दुश्मन की हर कार्रवाई को नाकाम कर दिया।
🧠 सिलेबस में क्यों जोड़ा जा रहा है यह ऑपरेशन?
डिप्टी सीएम पीसी बैरवा ने मीडिया को बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत सिलेबस में बदलाव किए जा रहे हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को छात्रों के पाठ्यक्रम में शामिल करना युवाओं को देशभक्ति, साहस और रणनीति से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
राजस्थान बोर्ड के सचिव कैलाश चंद शर्मा ने कहा कि पाठ्यक्रम समिति की सिफारिशों के आधार पर बदलाव होंगे।
🛡️ सेना का रुख: “सिर्फ स्थगित, बंद नहीं”
हालांकि पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की अपील की गई और दोनों देशों ने संघर्षविराम घोषित किया, लेकिन भारतीय सेना ने साफ कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है, बल्कि अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है। यदि भारत में भविष्य में कोई आतंकी घटना होती है, तो सेना इसे सीधा युद्ध की तरह देखेगी।
🧾 Rajasthan Syllabus Update में क्या हो सकता है शामिल?
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ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति और परिणाम
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भारतीय सेना की भूमिका और साहस
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राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने के तरीके
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देशभक्ति और युवा प्रेरणा के लिए केस स्टडी